जयपुर एयरपोर्ट पर आतंकवादी हमले की मॉकड्रिल :
चार आतंकियों ने किया हमला, सुरक्षा
एजेंसियों ने तीन को मार गिराया
- जयपुर। जयपुर एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 के पास बनाए कार्गो टर्मिनल पर शुक्रवार सुबह मॉकड्रिल की गई। मॉकड्रिल के दौरान यहां हथियारबंद चार आतंकियों ने हमला किया। आतंकियों ने टर्मिनल-1 के अंदर घुसने की कोशिश की। इस दौरान सुरक्षा कर्मियों ने दो आतंकी को मार गिराया। वहीं, दो आतंकी टर्मिनल बिल्डिंग के अंदर घुसने में कामयाब हो गए।
दरअसल, मॉकड्रिल के दौरान शुक्रवार को जयपुर एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 पर 11 बजे चार आतंकवादियों के हमले का सीन क्रिएट किया गया। इस दौरान दो आतंकवादी टर्मिनल एक बिल्डिंग में घुस गए। वहीं, दो आतंकवादी कार्गो एरिया की और आगे बढ़ने लगे। जिन्हें सीआईएसएफ की टीम ने बाहर ही मार गिराया। इसके बाद सीआईएसएफ की टीम ने टर्मिनल 1 में छुपे दो आतंकवादियों को ढूंढने के लिए सर्च अभियान शुरू किया। कुछ ही देर में एक और आतंकवादी को क्रॉस फायर के दौरान टर्मिनल एक में मार गिराया गया। जबकि एक आतंकवादी को पकड़ लिया गया।
इस पूरे घटनाक्रम के दौरान सीआईएसएफ के जवानों ने एयरपोर्ट को घेर लिया। वहीं, कुछ ही देर में सीआईएसएफ के डॉग स्क्वायड और बम स्क्वायड भी मौके पर पहुंच गए। इसके साथ ही पुलिस और एम्बुलेंस की टीम भी मौके पर तैनात की गई। ताकि किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटा जा सके। दरअसल, यह सब आतंकी हमले को लेकर मॉकड्रिल के तहत किया गया था। जो दिन में करीब 1.20 बजे पूरी हुई।
हर साल होती हैं 3 मॉकड्रिल
देशभर के सभी एयरपोर्ट पर साल की तीन मॉकड्रिल करना अनिवार्य होता है। इनमें एंटी हाईजैकिंग, एंटीबॉम और एंटी टेररिस्ट मॉकड्रिल शामिल होती है। इसी के तहत जयपुर एयरपोर्ट पर साल की तीसरी और आखिरी मॉक ड्रिल को अंजाम दिया गया था। बता दें कि जयपुर एयरपोर्ट का टर्मिनल एक फिलहाल आम यात्रियों के लिए शुरू नहीं किया गया है। जबकि कार्गो सर्विस शुरू है। ऐसे में वहां ज्यादा भीड़ भाड़ नहीं थी।
तीन दिन पहले भी जयपुर एयरपोर्ट पर हुई थी मॉकड्रिल
जयपुर एयरपोर्ट पर 19 दिसंबर को भी मॉकड्रिल की गई थी। इसमें टर्मिनल-2 पर बम होने की सूचना मिली थी। सूचना मिलते ही सीआईएसएफ के जवान समेत बम निरोधक दस्ता, फायर ब्रिगेड समेत तमाम सुरक्षा एजेसियों के जवान और अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। एक-एक सामान की जांच की गई थी। डॉग स्क्वॉड की टीम ने भी एक-एक यात्री के सामान की जांच की थी। ऑटोमैटिक मशीनों से टर्मिनल 2 की जांच हुई थी। अधिकारियों बम कहीं भी नहीं मिला था।
इस पूरे घटनाक्रम के दौरान सीआईएसएफ के जवानों ने एयरपोर्ट को घेर लिया। वहीं, कुछ ही देर में सीआईएसएफ के डॉग स्क्वायड और बम स्क्वायड भी मौके पर पहुंच गए। इसके साथ ही पुलिस और एम्बुलेंस की टीम भी मौके पर तैनात की गई। ताकि किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटा जा सके। दरअसल, यह सब आतंकी हमले को लेकर मॉकड्रिल के तहत किया गया था। जो दिन में करीब 1.20 बजे पूरी हुई।
हर साल होती हैं 3 मॉकड्रिल
देशभर के सभी एयरपोर्ट पर साल की तीन मॉकड्रिल करना अनिवार्य होता है। इनमें एंटी हाईजैकिंग, एंटीबॉम और एंटी टेररिस्ट मॉकड्रिल शामिल होती है। इसी के तहत जयपुर एयरपोर्ट पर साल की तीसरी और आखिरी मॉक ड्रिल को अंजाम दिया गया था। बता दें कि जयपुर एयरपोर्ट का टर्मिनल एक फिलहाल आम यात्रियों के लिए शुरू नहीं किया गया है। जबकि कार्गो सर्विस शुरू है। ऐसे में वहां ज्यादा भीड़ भाड़ नहीं थी।
तीन दिन पहले भी जयपुर एयरपोर्ट पर हुई थी मॉकड्रिल
जयपुर एयरपोर्ट पर 19 दिसंबर को भी मॉकड्रिल की गई थी। इसमें टर्मिनल-2 पर बम होने की सूचना मिली थी। सूचना मिलते ही सीआईएसएफ के जवान समेत बम निरोधक दस्ता, फायर ब्रिगेड समेत तमाम सुरक्षा एजेसियों के जवान और अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। एक-एक सामान की जांच की गई थी। डॉग स्क्वॉड की टीम ने भी एक-एक यात्री के सामान की जांच की थी। ऑटोमैटिक मशीनों से टर्मिनल 2 की जांच हुई थी। अधिकारियों बम कहीं भी नहीं मिला था।