उदयपुर, 24 फरवरी। मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान-2.0 अन्तर्गत जिले की 20 पंचायत समितियों में करवाये जाने वाले कार्यो की डीपीआर के अनुमोदन के लिए जिला स्तरीय समिति की बैठक शनिवार को जिला परिषद् सभागार में आयोजित हुई।
बैठक में उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा ने योजना अन्तर्गत प्रभावी देख-रेख के साथ अच्छी गुणवत्ता के कार्य तथा जल संग्रहण ढांचों के मरम्मत एवं रखरखाव के कार्य सम्पादन किये जाने का आव्हान किया एवं उनके द्वारा पूर्व में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान-1.0 अन्तर्गत पंचायत समिति गिर्वा के ग्राम जाबला में किये गये कार्या की प्रशंसा करते हुये बताया कि इससे ग्रामवासियों को जल की सुलभता हुई है और लोगों को राहत मिली है।
जिला परिषद् की मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीमती कीर्ति राठौड़ ने राज्य स्तर से जारी टाईम लाईन अनुरूप कार्य सम्पादन हेतु आव्हान किया गया। बैठक में उप जिला प्रमुख पुष्कर तेली ने विभिन्न विभागो के यथा वन, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, जल संसाधन, भू-जल, कृषि, उद्यान, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज व जलग्रहण विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान-2.0 की क्रियान्विति हेतु कार्य योजना का जिला स्तरीय समिति में अनुमोदन हेतु विस्तृत चर्चा उपरान्त सर्वसम्मति से मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान-2.0 प्रथम चरण की डीपीआर का अनुमोदन किया गया।
जलग्रहण विकास एवं भू-संरक्षण विभाग के अधीक्षण अभियंता अतुल जैन ने बताया कि जलग्रहण विकास विभाग, वन विभाग, कृषि एवं उद्यानिकी विभाग, पीएचईडी, जल संसाधन विभाग, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग तथा भू-जल विभाग द्वारा जिले में कुल 20 ब्लॉक के 151 ग्राम पंचायत के 350 गांवों में जल संग्रहण एवं संरक्षण के कार्य यथा एनीकट, एमपीटी, डीपसीसीटी, डब्ल्यूएचएस, चैकडेम, फार्म पोंड, पाइपलाइन, ड्रिप/फव्वारा, पिजोमीटर, जल संग्रहण ढांचों की मरम्मत एवं वृक्षारोपण आदि कार्य करवाये जायेंगे। बैठक में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान-2.0 के उद्देश्य एवं ब्लॉकवार, विभागवार, मदवार करवाये जाने वाले कार्यो का विवरण पीपीटी के माध्यम से प्रदर्शित किया गया।