13 साल पुराने मामले में SP से मांगा स्पष्टीकरण

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13 साल पुराने मामले में SP से मांगा स्पष्टीकरण

2 मुख्य आरोपी अभी तक फरार कोर्ट ने मानी पुलिस की लापरवाही

चित्तौड़गढ़. 13 साल पुराने एक मामले में NDPS कोर्ट-1 के विशिष्ठ न्यायाधीश राजेंद्र शर्मा ने एसपी से स्पष्टीकरण मांगा। भारी मात्रा में अफीम जब्त करने के बावजूद भी दोनों मुख्य आरोपी अभी तक पकड़े नहीं गए। इस मामले में एक और आरोपी भी था, जिसकी मौत हो चुकी है। उचित कार्रवाई नहीं होने पर इसे पुलिस की बड़ी लापरवाही मानते हुए 3 दिन में इसका जबाव मांगा गया है।

दो क्विंटल से भी ज्यादा अफीम की थी बरामद
24 मार्च 2011 में राशमी थाना पुलिस ने एक कार्रवाई करते हुए एक कार को रोकने की कोशिश की। ड्राइवर कार को भगा ले गया और कपासन रोड पर दीवार से टकराकर कार फंस गई, जिसके कारण तस्कर कार को छोड़कर भाग निकला। कार में ड्राइवर के अलावा उसके 2 अन्य दोस्त भी थे, जो भाग निकले। जब कार की तलाशी ली गई, तो उसमें 2 क्विंटल 42 किलो 500 ग्राम अफीम और 12 बोर की बंदूक मय कारतूस मिला था। इन्वेस्टिगेशन के दौरान एक आरोपी पकड़ा गया। लेकिन दोनों मुख्य आरोपी अभी भी फरार है। 13 साल बीत जाने के बाद भी इस केस में कोई भी पॉजिटिव एंगल सामने नहीं आया। जबकि पुलिस ने भारी मात्रा में अफीम पकड़ी थी। पकड़े गये आरोपी ने घटना वाले दिन तीनों आरोपियों को भगाने में मदद की थी, जिस पर ट्रायल अभी तक जारी है।

तीन दिनों में फैक्ट पेश करें SP
न्यायाधीश राजेंद्र शर्मा ने इस पूरे केस में पुलिस की कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही मानी। उन्होंने इस केस पर ढंग से जांच जांच करके कोर्ट को स्पष्टीकरण देने के लिए तलब किया है। इसके लिए NDPS कोर्ट संख्या-1 विशिष्ट न्यायाधीश राजेंद्र शर्मा ने SP को 3 दिन का समय दिया है। तीन दिन बाद जिला पुलिस अधीक्षक को इस केस से जुड़े हुए फेक्ट कोर्ट के सामने पेश करने होंगे। इसके अलावा पुलिस महानिदेशक और प्रमुख शासन गृह सचिव को भी पत्र लिखकर पुलिस की लापरवाही के बारे में बताया गया।

मोबाइल डिटेल से पहुंचे थे तस्करों को भगाने वाले आरोपी तक
घटना वाले दिन तस्करों ने एक बाइक सवार को भी टक्कर मार कर घायल कर दिया था। मामले की जांच के दौरान गाड़ी के नंबर से मालिक का पता चला। इसके बाद क्षेत्र में एक्टिव मोबाइल डिटेल निकाली गई। जिससे पुलिस पावली, राशमी निवासी शोभालाल पुत्र पन्ना लाला जाट तक पहुंचे। 4 नवंबर 2012 को शोभालाल जाट को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की पूछताछ के दौरान शोभालाल जाट ने बताया कि घटना वाले दिन कार में पाली निवासी गोवर्धन राम पुत्र खीवा विश्नोई भी था, जिसे शोभालाल पहचानता था।

बाइक पर तीनों तस्करों को बैठाकर भगाया था
उस दिन गोवर्धन राम ने शोभालाल को फोन कर बताया कि वह और उसके 2 दोस्त कल्याणपुर, बाड़मेर निवासी पुखराज पुत्र बाबूराम विश्नोई और लूणी, जोधपुर निवासी रुपाराम पुत्र लालाराम बिश्नोई के साथ अफीम लेकर मारवाड़ की ओर जा रहे थे। इस दौरान गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई है। गोवर्धन राम ने शोभालाल जाट को तुरंत अपनी बाइक लेकर आने की बात कही। जिस पर शोभालाल जाट अपनी बाइक लेकर चंदनपुर गया और वहां पर तीनों आरोपियों को अपनी बाइक पर बैठ कर मौके से भाग निकला। शोभालाल ने तीनों आरोपियों को भगाने में मदद की थी। उसने बताया कि गोवर्धन राम की 8 जनवरी 2012 में ही मौत हो गई थी। इसके बाद से ही पुलिस ने ना तो मामले की ढंग से जांच की और ना ही FR लगाई।

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