उदयपुर, 22 मई। राजस्व अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक बुधवार को जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट मिनी सभागार में आयोजित हुई।
बैठक के प्रारंभ में अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन दीपेंद्रसिंह राठौड़ ने उपखण्ड वार राजस्व प्रकरणों की स्थिति की जानकारी दी। जिला कलक्टर ने प्रत्येक उपखण्ड एवं तहसील स्तर पर लंबित राजस्व प्रकरणों की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने उपखण्ड अधिकारी व तहसीलदारों को नियमित रूप से सप्ताह में तीन दिन कोर्ट चलाकर राजस्व प्रकरणों को गुणवत्तायुक्त ढंग से निस्तारित करने के निर्देश दिए। साथ ही अंतिम बहस की स्टेज पर चल रहे प्रकरणों को अभियान के रूप में लेते हुए आगामी दो माह के भीतर यथासंभव निस्तारित कर निर्धारित पोर्टल पर अपडेट करने की हिदायत दी। खास तौर पर 5 वर्ष और 10 वर्ष से अधिक पुराने प्रकरणों के निस्तारण को लेकर भी दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने नामांतरण, आम रास्ता प्रकरण, पत्थरगढ़ी के मामलों आदि की भी समीक्षा करते हुए उन्हें समय रहते निस्तारित करने के निर्देश दिए। बैठक में जिला कलक्टर ने बिना भू-रूपातंरण के कृषि भूमि पर प्लाट काटने और बाद में उसका नामांतरण खुलवाने की प्रवृत्ति को प्रोत्साहित नहीं करने तथा ऐसे प्रकरणों में नियमानुसार उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने एसडीएम और तहसीलदार स्तर के अधिकारियों के निरीक्षण और फील्ड में रात्रि विश्राम की भी समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। साथ ही उपखण्ड अधिकारियों को क्षेत्र में बिजली-पानी के संकट के हालातों पर नजर रख संबंधित विभागों से समन्वय रखते हुए आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित कराने के भी निर्देश दिए।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर राजीव द्विवेदी, गिर्वा एसडीएम रिया डाबी, आईएएस माधव भारद्वाज, बड़गांव एसडीएम सीमा तिवारी, एसडीएम गोगुन्दा डॉ नरेश सोनी, एसडीएम खेरवाड़ा जवाहरराम चौधरी, एसडीएम भीण्डर रमेशचंद्र बहेडिया, एसडीएम झाडोल मणिलाल तिरगर, तहसीलदार झाडोल शांतिलाल जैन, तहसीलदार बड़गांव पर्वतसिंह, तहसीलदार सायरा कैलाशकुमार, तहसीलदार गोगुन्दा ओमसिंह लखावत, तहसीलदार खेरवाड़ा प्यारेलाल खटीक, तहसीलदार नयागांव राजकुमार सरोल, तहसीलदार बारापाल रणजीतसिंह, सुरेश मेहता, रमेश सिरवी सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।