उदयपुर, 18 जनवरी। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के प्रभावी क्रियान्वयन के तहत मॉडल ग्राम पंचायतो के चयन उपरान्त गुरुवार को जिला परिषद की सीईओ श्रीमती कीर्ति राठौड़ की अध्यक्षता में जिला परिषद सभागार में बैठक आयोजित हुई। बैठक में मॉडल ग्राम पंचायतों के सरपंच, ग्राम विकास अधिकारी, कनिष्ठ तकनीकी सहायक एवं ब्लॉक कॉर्डिनेटर एवं जिला स्तरीय स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) योजना में कार्यरत कार्मिको ने भाग लिया।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीमती राठौड ने मॉडल गाम पंचायतो को शीघ्र ही टाइमलाइन के अनुसार कार्य करते हुए योजना में जिले को अग्रिम पंक्ति में लाने के लिए प्रेरित किया। साथ ही गोबर गैस प्लान्ट के सम्बन्ध में चर्चा कर जहां 5-6 पशु है वहां गोबर गैस प्लांट स्थापित करवाने हेतु मार्गदर्शन प्रदान किया।
बैठक के प्रारम्भ में जिला परियोजना समन्वयक अरुण चौहान ने स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण योजना के तहत उदयपुर जिले की 21 मॉडल ग्राम पंचायतों में ठोस एवं तरल कचरा प्रबन्धन का कार्य प्रारम्भ करने, गीला एवं सूखा कचरा का पृथक-पृथक एकत्र कर उनका प्रबंधन करना, कचरा संग्रहण वाहन चलाने, मॉनिटरिंग एवं पेनल्टी लगाने, आरआरसी प्लांट स्थापित करने, गोबर गैस प्लांट लगाने एवं जैविक खाद बनाना आदि के बारे में जानकारी दी। बैठक में फिनिश सोसायटी के प्रतिनिधि सौरभ अग्निहोत्री ने भी स्वच्छता प्रबंधन के संबंध में उपयोगी सुझाव दिए।
उदयपुर जिले की चयनित मॉडल ग्राम पंचायतें
चौहान ने बताया कि चयनित मॉडल ग्राम पंचायतों में पंचायत समिति बड़गांव की ग्राम ंपचायत कैलाशपुरी, भीण्डर की ग्राम पंचायत खेरोदा, गिर्वा की बलीचा, गोगुन्दा की ग्राम पंचायत गोगुन्दा, जयसमंद की वीरपुरा, झाड़ोल की बाघपुरा, झल्लारा की भबराना, खेरवाड़ा की जवास, कोटड़ा की बिकरणी, कुराबड़ की बंबोरा, लसाड़िया की ग्राम पंचायत लसाड़िया, मावली की लदानी, नयागांव की पहाड़ा, फलासिया की कोल्यारी, ऋषभदेव की पादेड़ी, सलूंबर की गींगला, सराड़ा की डींगरी, सायरा की पलासमा, सेमारी की चंदोड़ा वल्लभनगर पंचायत समिति की भटेवर व बाठेड़ाकला ग्राम पंचायत शामिल है।