उदयपुर, 29 फरवरी। देश का युवा और मातृ शक्ति अगर सशक्त और आत्मनिर्भर बनेगी तो देश स्वतः ही मजबूत होगा। यह कहना है जिला प्रमुख श्रीमती ममता कुंवर पंवार का। वे गुरुवार को शांति एवं अहिंसा निदेशालय के निर्देशानुसार सौ दिवसीय कार्ययोजना अंतर्गत नगर निगम स्थित सुखाड़िया रंगमंच में आयोजित जिला स्तरीय अहिंसा एवं कौमी एकता सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रही थीं।
उन्होंने कहा कि आजकल युवा पीढ़ी सोशल मीडिया में अपना अधिकांश समय व्यतीत करने लग गई है, जो कि व्यर्थ है। उन्होंने कहा कि युवा अपना एक लक्ष्य निर्धारित करें, शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए एक लक्ष्य निर्धारित करें और सोशल मीडिया का सदुपयोग करते हुए अपना जनरल नॉलेज को बढ़ाएं।
उन्होंने सभा में मौजूद मातृशक्ति से कहा कि उनमें से किसी की बेटी की पढ़ाई किसी कारणवश छूट गई है तो वे उन्हें आसपास के किसी विद्यालय में प्रवेश दिलाकर उनकी शिक्षा पर विशेष ध्यान दें क्योंकि हमारे देश की नारी सशक्त बनेगी तो देश भी सशक्त बनेगा और हमारा विकसित और आत्मनिर्भर भारत बनाने का जो संकल्प है वह पूरा होगा।
महापुरूषों के आदर्शों को आत्मसात करें- विधायक मीणा
सम्मेलन के समापन सत्र में गांधी दर्शन पर अपने विचार रखते हुए उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा ने कहा कि राष्ट्रहित में हर वर्ग को अपनी महती भूमिका निभानी होगी। उन्होंने कहा कि महापुरूषों के आदर्शों को आत्मसात करते हुए आज की युवा पीढ़ी को राष्ट्र एवं समाज सेवा के लिए आगे आने की जरूरत है।
सम्मेलन को बतौर अतिथि संबोधित करते हुए जिला परिषद सीईओ कीर्ति राठौड़ ने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में अहिंसा एवं कौमी एकता का विशेष महत्व है। शांति की तलाश प्रत्येक व्यक्ति को है। जब मनुष्य शांति के विचारों को ग्रहण करता है तो उसे स्वतः ही शांति की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि अहिंसा दुनिया का सबसे बड़ा हथियार है जिससे पूरी दुनिया को जीतना संभव हो सकता है।
इससे पूर्व उद्घाटन सत्र में अतिथियों के स्वागत सत्कार पश्चात विद्यालय की छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना गीत भी प्रस्तुत किया गया। उद्घाटन सत्र में डॉ. बाल गोपाल शर्मा एवं हरिहर शर्मा ने अपने व्याख्यान दिए। सम्मेलन के दौरान विभिन्न सत्रों में विषय विशेषज्ञों द्वारा गांधी दर्शन पर व्याख्यान दिए गए।
इस अवसर पर जिला परिषद एसीईओ अंजुम ताहिर सम्मा, शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक महेंद्र जैन भी मौजूद रहे। सम्मेलन में जिले भर से बड़ी तादाद में विद्यार्थियों, महिलाओं, शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं समाजसेवी संस्थाओं ने भाग लिया। समापन सत्र पर प्रतिभागियों को अतिथियों द्वारा प्रमाण पत्र वितरित किये गये।