भजनलाल शर्मा होंगे राजस्थान के नए मुख्यमंत्री दीया कुमारी-प्रेमचंद बैरवा डिप्टी सीएम, देवनानी स्पीकर होंगे, 15 दिसंबर को ले सकते हैं शपथ
जयपुर। राजस्थान के नए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा होंगे। सांगानेर से विधायक भजनलाल शर्मा को मंगलवार को विधायक दल का नेता चुना गया। प्रदेश भाजपा कार्यालय में विधायक दल की बैठक हुई जिसमें भाजपा हाईकमान द्वारा तय शर्मा के नाम का ऐलान किया गया।
नए मुख्यमंत्री के लिए भजनलाल के नाम का प्रस्ताव वसुंधरा राजे ने रखा और सभी ने उनके नाम पर सहमति जताई। दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा उप मुख्यमंत्री होंगे। वहीं, अजमेर उत्तर से विधायक वासुदेव देवनानी विधानसभा स्पीकर होंगे। भजनलाल संघ पृष्ठभूमि से आते हैं। वे मूलत: भरतपुर के रहने वाले हैं। भजनलाल प्रदेश महामंत्री के पद पर भी थे। भाजपा ने तीनों बड़े पद जयपुर को ही दिए हैं। भजनलाल जयपुर की सांगानेर सीट से विधायक हैं, वहीं दीया कुमारी जयपुर की विद्याधर नगर सीट से जीती हैं जबकि बैरवा जयपुर जिले की दूदू सीट से विधायक हैं।
आखिरी पंक्ति में खड़े थे भजनलाल शर्मा
विधायक दल की बैठक से पहले राजनाथ सिंह के साथ सभी विधायकों का ग्रुप फोटो सेशन हुआ। इस दौरान वसुंधरा राजे, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बिल्कुल बगल में बैठी थीं। वहीं भजनलाल शर्मा आखिरी पंक्ति में खड़े थे। दीया कुमारी, प्रेमचंद बैरवा दूसरी पंक्ति में थे, वहीं वासुदेव देवनानी पहली पंक्ति में बैठे हुए थे।
सरकार बनाने का दावा पेश किया, 15 दिसंबर को शपथ ग्रहण
विधायक दल की बैठक के बाद भजनलाल शर्मा सहित सभी भाजपा नेता राजभवन पहुंचे। यहां उन्होंने राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया। 15 दिसंबर को नई सरकार का शपथ ग्रहण हो सकता है। 15 दिसंबर को ही भजनलाल शर्मा का जन्मदिन भी है। शपथ से पहले भजनलाल गिरिराज महाराज के दर्शन करने के लिए भरतपुर भी जाएंगे।
शर्मा बोले- सबके सहयोग से विकास करेंगे
भजनलाल शर्मा ने कहा कि भाजपा के सभी नेताओं के साथ मिलकर राजस्थान का सर्वांगीण विकास करेंगे। उनको विधानसभा चुनाव में सांगानेर से विधायक अशोक लाहोटी का टिकट काटकर उतारा गया था।
वसुंधरा को होटल में बता दिया था- वे सीएम नहीं होंगी
राजनाथ सिंह नए मुख्यमंत्री का नाम लेकर आए। बैठक से पहले उन्हाेंने होटल में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से वन-टु-वन बातचीत की। दोनों के बीच करीब 10 मिनट तक बातचीत चली। इसके बाद सभी नेताओं के बीच भी कुछ देर चर्चा हुई।
सूत्राें के मुताबिक राजनाथ सिंह ने होटल में ही वसुंधरा को बता दिया था कि उन्हें राजस्थान का मुख्यमंत्री नहीं बनाया जा रहा है। हालांकि नए सीएम के नाम की जानकारी उन्हें विधायक दल की बैठक से ऐन पहले ही दी गई।
ब्राह्मण, राजपूत और दलित कार्ड
भाजपा ने मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के चयन के जरिए ब्राह्मण, राजपूत और दलित कार्ड खेला है। ब्राह्मण को मुख्यमंत्री और राजपूत को उप मुख्यमंत्री बनाकर सामान्य वर्ग में भी भाजपा ने एक बड़ा मैसेज दिया है। वहीं प्रेमचंद बैरवा को उप मुख्यमंत्री बनाकर दलित कार्ड भी खेला है।
33 साल बाद ब्राह्मण सीएम
राजस्थान में 33 साल बाद ब्राह्मण चेहरे को मुख्यमंत्री बनाया गया है। इससे पहले कांग्रेस से हरिदेव जोशी राजस्थान के तीन बार सीएम रहे हैं। वे 1973 से 1977 तक, फिर 1985 से 1988 तक और फिर 1989 से 1990 तक सीएम रहे।