कार-ट्रेलर की भिड़ंत में पति-पत्नी की मौत
स्टीयरिंग और बोनट के बीच फंसा शव दिल्ली से जा रहे थे अहमदाबाद
उदयपुर. उदयपुर-चित्तौड़गढ़ नेशनल हाईवे पर ट्रेलर और कार की भिड़ंत में पति-पत्नी की मौत हो गई। उनका 18 साल का बेटा घायल हो गया। टक्कर इतनी तेज थी कि कार चला रहे पति का शव स्टीयरिंग और बोनट के बीच फंस गया।
हादसा उदयपुर के प्रताप नगर इलाके के पावर हाउस से गोवला घाटी के बीच मंगलवार शाम करीब 5 बजे का है। टक्कर में कार का बोनट पूरी तरह पिचक गया। घायल को सरकारी एमबी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। वहीं, शवों को मॉर्च्युरी में रखवाया है। हादसे के बाद ट्रेलर का ड्राइवर भाग गया।
दिल्ली का रहने वाला है परिवार
प्रताप नगर थाने की एएसआई पर्वत सिंह ने बताया- कार में मनीष गुप्ता (48), उनकी पत्नी ज्योति गुप्ता (45) और 18 साल का बेटा लक्ष्य गुप्ता था। यह परिवार दिल्ली के संत नगर का रहने वाला है। कार में दिल्ली से अहमदाबाद जा रहे थे। रास्ते में ट्रेलर से टकराने से हादसा हो गया।
एएसआई ने बताया- प्रताप नगर में ट्रेलर ड्राइवर ने गोवला घाटी स्थित पावर हाउस के पास ब्रिज से उतरते समय कुछ दूरी पर बैरिकेड देखकर ब्रेक लगाया। ब्रेक लगाते ही बैलेंस बिगड़ने से ट्रेलर पलट गया। ट्रेलर के पीछे कार थी।
ट्रेलर से टकराकर कार का बोनट पूरी तरह पिचक गया। कार ड्राइवर मनीष गुप्ता के बगल की सीट पर उनकी पत्नी बैठी थी। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। पीछे वाली सीट पर उनका बेटा था।
क्रेन से कार के एक हिस्से को खींचकर निकाला शव
मनीष गुप्ता का शव स्टीयरिंग और बोनट के बीच फंस गया था। गैस कटर से काटकर शव निकालने की कोशिश भी फेल रही। इसके बाद क्रेन को बुलाकर कार के एक हिस्से को खींचकर शव को बाहर निकाला गया। बेटे को एमबी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है।
ग्रामीण बोले- हाईवे अथॉरिटी की लापरवाही से हुआ हादसा
ग्रामीण चुन्नीलाल डांगी ने बताया कि जिस जगह एक्सीडेंट हुआ, वह एरिया डेंजर जोन घोषित है। यहां नेशनल हाईवे अथॉरिटी वालों की लापरवाही से आए दिन हादसे होते हैं। हाईवे अथॉरिटी ने ब्रिज से उतरते ही करीब 200 मीटर दूरी पर मेंटेनेंस के नाम पर बैरिकेड लगाए हुए थे। ब्रिज से उतरते समय अगर कोई वाहन चालक तेज स्पीड में होता है तो बैरिकेड देखकर अचानक बैलेंस बिगड़ जाता है।