उदयपुर, 8 मार्च। जतन संस्थान द्वारा यू जी सी महिला अध्ययन केंद्र, मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय के तत्वावधान में अंतराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं का कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीड़न (निवारण, प्रतिषेध और प्रतितोष) अधिनयम, 2013 विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया | महिला दिवस के उपलक्ष्य में ‘मंडला’ एक साप्ताहिक आयोजन के तहत विभिन्न गतिविधियों के आयोजन किये गए थे। इस दौरान महिलाओं का कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीड़न (निवारण, प्रतिषेध और प्रतितोष) अधिनयम, 2013 पर प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया |
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सुखाड़िया विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुनीता मिश्रा ने अपने संबोधन में महिलाओं का कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीड़न (निवारण, प्रतिषेध और प्रतितोष) अधिनयम, 2013 की जानकारी देते हुए कार्यस्थल को महिलाओं के लिए सुरक्षित बनाने की जरूरत प्रतिपादित की और महिलाओं को अपने अधिकारों की रक्षार्थ तत्पर रहने का आह्वान किया। इस दौरान अतिरिक्त जिला न्यायाधीश प्रवीण कुमार,निदेशक महिला अध्यन केंद्र प्रो. सुधा चौधरी व दिग्विजय भटनागर, यूसीएसएसएच के डीन प्रो.हेमंत द्विवेदी ने अपने संबोधन में महिला शक्ति की वर्तमान युग में स्थिति और इसे सशक्त बनाने के लिए किए जाने वाले प्रयासों पर विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान मंडला आयोजक डॉ. गरिमा मिश्रा ने महिला दिवस के मौके पर विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित विविध आयोजनों पर प्रकाश डाला और इसके उद्देश्यों को उद्घाटित किया। मिश्रा ने बताया कि कार्यक्रम में जतन संस्थान से निदेशक डॉ. कैलाश बृजवासी, सुरभी यादव, अपूर्वा सेन व मरुधर सिंह जुड़े जिन्होंने सोशियोंग्राम, गीत, पीपीटी, छोटे समूह चर्चा इत्यादि के माध्यम से उत्पीड़न, यौन उत्पीड़न, कार्यस्थल, आईसीसी कमेटी से जुडी नियमावली पर कार्यशाला में चर्चा की गयी | संभागियों द्वारा कार्यस्थल को महिलाओं के लिए सुरक्षित बनाने को लेकर सुझाव दिए तथा पुन: अपने विभाग में जाकर इस पर कार्य करने के लिए बताया गया |
आरंभ में आयोजक डॉ. गरिमा मिश्रा, असिस्टेंट प्रोफ़ेसर यू. जी. सी. महिला अध्ययन केंद्र एवं वॉर्डन, एम डी एस कन्या छात्रावास द्वारा अतिथियों का स्वागत किया गया। कार्यक्रम के अंत में मंडला समूह द्वारा नुक्कड़ नाटक “सोच” की प्रस्तुति की गयी | इस दौरान कार्यक्रम में 80 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम का संचलान केंद्र की शोधार्थी तन्वी व स्वाति द्वारा किया गया। मण्डला के दौरान कई नवाचारों का प्रारंभ हुआ। बालिकाओं द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन, जेंडर मेला, ओपन माइक जैसे नवीन नवाचारों का आयोजन किया गया। जिसमें बच्चों ने जेंडर गेम्स का आयोजन किया। पैड वुमन उदयपुर लाड लोहार और सु वि वि छात्रा ने अपनी कलाकृति का प्रदर्शन किया। इस मौके परविश्वविद्यालय दृश्य कला विभाग की साक्षी यादव द्वारा तैयार किए गए केंद्र ने लोगो का भी अनावरण किया गया तथा सभी विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।
इधर, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर यूजीसी महिला अध्ययन केंद्र मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय मंडला साप्ताहिक उत्सव (2-8 मार्च) का आयोजन किया गया। इसमें लोगो डिजाइनिंग और पेंटिंग प्रतियोगिता, मूवी स्क्रीनिंग, नुक्कड़ नाटक ‘सोच’, स्वास्थ्य जांच और रक्तदान शिविर, वाद-विवाद, क्विज, एक्सटेम्पोर, गेम्स, ओपन माइक, वृक्षारोपण और स्वच्छता अभियान, यौन उत्पीड़न की रोकथाम पर कार्यशाला जैसी कई गतिविधियां शामिल हैं।
कार्यक्रम में जतन संस्थान से डॉ. कैलाश बृजवासी निदेशक जतन संस्थान, सुरभी यादव सीनियर प्रोग्राम मैनेजर, अपूर्वा सेन सदस्य आईसीसी कमेटी व मरुधर सिंह जुड़े जिन्होंने सोशियोंग्राम, गीत, पीपीटी, छोटे समूह चर्चा इत्यादि के माध्यम से उत्पीड़न, यौन उत्पीड़न, कार्यस्थल, आईसीसी कमेटी से जुडी नियमावली पर कार्यशाला में चर्चा की गयी | संभागियों द्वारा कार्यस्थल को महिलाओं के लिए सुरक्षित बनाने को लेकर सुझाव दिए तथा पुन: अपने विभाग में जाकर इस पर कार्य करने के लिए बताया गया |
डॉ. गरिमा मिश्रा मण्डला आयोजक, असिस्टेंट प्रोफ़ेसर यू. जी. सी. महिला अध्ययन केंद्र एवं वॉर्डन, एम डी एस कन्या छात्रावास द्वारा पधारें हुए अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया | कार्यक्रम के अंत में मंडला समूह द्वारा नुक्कड़ नाटक “सोच” की प्रस्तुति की गयी | इस दौरान कार्यक्रम में 80 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया जो कि निजी क्षेत्र, यूनिवर्सिटी, स्कूल, बैंक आदि के विभिन्न विभागों से जुड़े थे | कार्यक्रम का संचलान केंद्र की शोधार्थी तन्वी व स्वाति द्वारा किया गया।