उदयपुर, 7 मार्च। झीलों की नगरी में एसबीआई द्वारा प्रायोजित 14 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की दो दिवसीय विजिलेंस कॉन्क्लेव का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि कॉरपोरेट कार्यालय, स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया, मुम्बई की अतिरिक्त मुख्य सतर्कता अधिकारी श्रीमति सुजया उदय शेट्टी ने बैंकिंग सेक्टर में प्रिवेन्टीव विजिलेंस तथा इसमें सहभागिता पर जोर देते हुए बताया कि वर्तमान में समुचित सुरक्षा का यह एक महत्वपूर्ण औजार है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार या कदाचार की गुजाईश को कम करने के लिए बैंक में नीतिगत प्रक्रियाओं और मौजूदा नियमों की अनुपालना सतर्कता अधिकारियों का प्राथमिक उत्तरदायित्व है। नाना प्रकार की त्रुटियों का अनुसंधान निष्पक्षता के साथ लोकहित में किया जाना अपेक्षित है। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में प्रशिक्षण की इसमें महत्वपूर्ण भूमिका होती है। श्रीमती शेट्टी ने ऋण व जमा प्रभाग के अलावा बदलते बैंकिंग परिवेश में साईबर धोखाधड़ी की रोकथाम के लिए बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में भी विस्तार से बताया। आरएमजीबी अध्यक्ष मुकेश भारतीय ने बैंकिंग संस्थान में सतर्कता पर जोर देते हुए बताया कि बैंक कार्मिक ही नहीं, जनता के द्वारा की गई शिकायतें भी बैंक के लिए भ्रष्टाचार, दुभावना और कदाचार की जानकारी प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण स्रोत होती हैं। भ्रष्टाचार को रोकना प्रत्येक बैंकर व आमजन की सामाजिक जिम्मेदारी है। बैंक अध्यक्ष ने संबोधन के दौरान यह भी बताया कि प्रिवेन्टीव विजिलेन्स में नीति, अनुपालन तथा जागरूकता अति महत्वपूर्ण घटक हैं।
आरएमजीबी के महाप्रबंधक (सतर्कता) संजीव कुमार ने बैंक में नैतिकता व अनुपालना के साथ बैंकिंग व्यवसाय करने पर अपने विचार व्यक्त करते हुए इस पर संतोष जाहिर किया। एसबीआई के देशभर से आये 14 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के अध्यक्षों के साथ सभी महाप्रबंधक (सतर्कता) इस आयोजन में भाग ले रहे हैं।
–000–
फोटो केप्शन : एसबीआई। एसबीआई द्वारा प्रायोजित क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की दो दिवसीय विजिलेंस कॉन्क्लेव का शुभारम्भ करते मुख्य अतिथि।