उदयपुर, 5 मार्च। उदयपुर जिले की कुराबड़ तहसील के ग्राम मामादेव में प्रस्तावित रॉक फॉस्फेट परियोजना की पर्यावरण स्वीकृति को लेकर राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल के तत्वावधान में मंगलवार को जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल की उपस्थिति में राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय मामादेव परिसर में जनसुनवाई हुई। इसमें आमजन ने क्षेत्र की पर्यावरणीय परिस्थितियों के यथासंभव संरक्षण की पैरवी करते हुए परियोजना में स्थानीय लोगों को रोजगार दिए जाने की मांग रखी।
राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल उदयपुर के क्षेत्रीय अधिकारी शरद सक्सेना ने बताया कि उदयपुर जिले के मामादेव गांव में खसरा नंबर 77, 78, 135, 149, 159, 1565/165 में मैसर्स 3 एस मिनरल प्रोसेसर लिमिटेड की ओर से 1.0 एमटीपीए बेनिफिकेशन प्लांट स्थापित किया जाना है। इसके लिए भारत सरकार के वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की ओर से जारी पर्यावरणीय प्रभाव आकलन अधिसचूना के तहत पर्यावरण स्वीकृति से पूर्व संबंधित क्षेत्र में जनसुनवाई का प्रावधान है। इसी क्रम में राजस्थान राज्य प्रदूषण मंडल उदयपुर की ओर से मंगलवार को मामादेव में जनसुनवाई आयोजित की गई। इसमें बड़ी संख्या में क्षेत्र के ग्रामीणों ने भाग लिया। सक्सेना ने बताया कि जनसुनवाई के दौरान ग्रामीणों ने क्षेत्र में रोजगार की समस्या का जिक्र करते हुए प्रस्तावित इकाई में अधिक से अधिक स्थानीय लोगों को रोजगार मुहैया कराने की बात कही। इस पर कंपनी प्रतिनिधियों ने स्वीकारोक्ति देते हुए उसके लिए आवश्यक प्रशिक्षण आदि की व्यवस्था भी कंपनी की ओर से किए जाने की बात कही। ग्रामीणों ने क्षेत्र की पर्यावरण समस्याओं के प्रति भी चिन्ता जताई।
जिला कलक्टर पोसवाल ने ग्रामीणों के सुझावों और शिकायतों को पूर्ण गंभीरता से सुनने के पश्चात प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अधिकारियों और कंपनी प्रतिनिधियों को इनका निस्तारण करने, पर्यावरण संबंधी सभी नियमों एवं शर्तों का अक्षरशः पालन किए जाने के निर्देश दिए। क्षेत्रीय अधिकारी सक्सेना ने बताया कि जनसुनवाई में प्रस्तुत किए गए सुझावों व शिकायतों की रिपोर्ट तथा जनसुनवाई की संपूर्ण वीडियोग्राफी राज्य स्तरीय पर्यावरणीय प्रभाव आकलन प्राधिकरण जयपुर को प्रेषित की जाएगी।