उदयपुर, 25 फरवरी। जिला प्रशासन एवं महिला अधिकारिता विभाग के तत्वावधान में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के सुदृढ़ीकरण हेतु संभाग स्तरीय अमृता हाट का शुभारंभ रविवार को राजकीय फतह उच्च् माध्यमिक विद्यालय में हुआ। मेले का शुभारंभ करते हुए मुख्य अतिथि जिला प्रमुख श्रीमती ममता कुंवर पंवार ने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों को सम्बल प्रदान करने के लिए यह अमृता हाट विशेष महत्व रखता है। यह राज्य सरकार की महत्वपूर्ण योजना है जो महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण एवं उनके सामाजिक सरोकार को पूर्ण करने में भरपूर मदद करते हैं हमें ऐसे आयोजनों का भरपूर लाभ लेना चाहिए। साथ ही मेले में विभिन्न प्रकार के उत्पादों को खरीद कर उनको संबल प्रदान करना चाहिए। जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्रीमती कीर्ति राठौड़ ने कहा कि मेले में विभिन्न प्रकार के हस्तशिल्प एवं हस्तनिर्मित उत्पादों के विपणन एवं बिक्री की सुविधा प्रदान की जायेगी। अतिथियों ने स्टॉल निरीक्षण के दौरान जूट से निर्मित उत्पादों के साथ हाथ से बने उत्पादों को सराहा। मेले में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव कुलदीप शर्मा ने कहा कि यह हाट महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देता है, इस तरह के आयोजन नियमित होते रहने चाहिए।
महिला अधिकारिता उपनिदेशक संजय जोशी ने बताया कि मेले में 150 स्टॉल अलग-अलग जिलो के महिला स्वयं सहायता समूहों के द्वारा लगाई गई है। इस मेले में राज्य के विभिन्न जिलों के स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पाद जैसे-मुंग, पापड़, मुंगेडी, आम पापड़, दलिया, नमकीन, हींग, आर्टिफिशियल ज्वैलरी, रेडिमेट गॉरमेन्ट, श्रृंगार का सामान, मुरब्बा, घर का साज-सज्जा का सामान, टेराकोटा, मीनाकारी, नेट की साड़िया, मनिहारी, मार्बल की मूर्तियां, जूट का सामान, खाने-पीने का सामान इत्यादि उचित मूल्य पर उपलब्ध रहेगें। मेले में प्रतिदिन वन मिनट शो, पावर व्हील, प्रश्नोत्तरी, विभिन्न आयु वर्ग के लिए प्रतियोगिता का आयोजन, ईनामी कूपन, मैजिक शो, सांस्कृतिक कार्यक्रम, कठपुतली, विभिन्न राजकीय योजनाओं के जानकारी के सत्रों का आयोजन विशेष आकर्षक के रूप में आयोजित किये जायेगें।
इस कार्यक्रम में जिला परिषद सदस्य श्रीमती पुष्पा शर्मा व राजकीय फतेह उच्च माध्यमिक विद्यालय प्रधानाचार्य चेतन पानेरी सहित बाल विकास परियोजना अधिकारी, प्रचेता, महिला पर्यवेक्षक, साथिन, महिला स्वयं सहायता के समूहों की महिलाओं सहित 250 लोगों ने भाग लिया। अंत में आभार सीडीपीओ प्रताप सिंह खोरवाल ने जताया।