– आयोजना विभाग के प्रमुख शासन सचिव भवानी सिंह देथा व निदेशक जनगणना ने ली बैठक
– जन्म मृत्यु पंजीयन अधिनियम व नागरिक पंजीयन प्रणाली क्रियान्वयन की समीक्षा
उदयपुर, 19 फरवरी। जन्म मृत्यु पंजीयन अधिनियम व नागरिक पंजीयन प्रणाली के क्रियान्वयन की समीक्षा बैठक सोमवार को कलेक्ट्रेट मिनी सभागार में आयोजना एवं सांख्यिकी विभाग के प्रमुख शासन सचिव भवानी सिंह देथा और निदेशक जनगणना एवं नागरिक पंजीयन बिष्णुचरण मल्लिक के आतिथ्य एवं जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल की उपस्थिति में हुई।
बैठक में प्रमुख शासन सचिव श्री देथा ने कहा कि जन्म मृत्यु पंजीयन बहुत महत्वपूर्ण कार्य है, लेकिन अमूमन इस कार्य को प्राथमिकता नहीं दी जाती है, जबकि यह पंजीयन बहुत जरूरी है। इसके आधार पर ही नागरिक पंजीयन प्रणाली सुदृढ हो सकती है। भविष्य की कई योजनाएं इसी पर निर्भर हैं। इसलिए सभी जन्म-मृत्यु रजिस्ट्रार को चाहिए कि वे इस कार्य को पूर्ण प्राथमिकता और पारदर्शिता के साथ करें, ताकि सही तथ्य सामने आ सके। निदेशक जनगणना बिष्णुचरण मल्लिक ने जन्म मृत्यु पंजीयन अधिनियम की जानकारी दी। साथ ही मिथ्या तथ्यों के आधार पर पंजीयन और गलत प्रमाण पत्र जारी होने पर जारी कर्ता और मिथ्या तथ्य देने वालों के खिलाफ कार्रवाई के प्रावधानों से अवगत कराया। उन्होंने अस्पतालों तथा ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम विकास अधिकारी स्तर पर होने वाले पंजीयन को और अधिक सुदृढ़ करने, दोहरे पंजीयन पर अंकुश लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में भी इस बिन्दु को शामिल किए जाने के निर्देश दिए। इसके लिए पंजीयन के फॉर्म प्रॉपर भरे जाने की हिदायत दी। श्री देथा और श्री मल्लिक ने नगर निकाय, ग्राम पंचायत, अस्पताल आदि पंजीयन इकाइयों से फीडबैक लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। जिला कलक्टर श्री पोसवाल ने पंजीयन से जुड़े की-पर्सनस् का प्रशिक्षण कराने का सुझाव दिया, जिस पर दोनों वरिष्ठ अधिकारियों ने यथाशीघ्र प्रशिक्षण आयोजित किए जाने के निर्देश संबंधितों को दिए। बैठक में डिप्टी डायरेक्टर पुनीत मल्होत्रा ने पीपीटी के माध्यम से अधिनियम के महत्वपूर्ण बिन्दुओं तथा उदयपुर जिले में गत तीन वर्ष के जन्म-मृत्यु पंजीयन की स्थिति का प्रजेंटेशन दिया।
बैठक में नगर निगम आयुक्त रामप्रकाश, सीईओ जिला परिषद कीर्ति राठौड़, नोडल अधिकारी व उपनिदेशक सांख्यिकी बीएल आमेटा, संयुक्त निदेशक सूचना प्रौद्योगिकी शीतल अग्रवाल, वरिष्ठ तकनीकी निदेशक डॉ मजहर हुसैन, उपनिदेशक सांख्यिकी (संयुक्त निदेशक चिकित्सा) फूलसिंह, सीडीपीओ निधिरानी जोशी, डिप्टी सीएमएचओ डॉ अंकित जैन, एमबी हॉस्पीटल से जगदीश अहीर आदि उपस्थित रहे।
इससे पूर्व डिप्टी डायरेक्टर पुनीत मल्होत्रा एवं टीम ने महाराणा भूपाल अस्पताल का दौरा कर जन्म-मृत्यु पंजीयन संबंधी जानकारी ली। टीम ने पहचान पोर्टल के माध्यम से किए जा रहे पंजीयन, रिकार्ड संधारण आदि का जायजा लेते हुए आवेदन फॉर्म पूर्ण रूप से भरे जाने के निर्देश दिए।