टीनशेड की आड़ में व्यावसायिक शोरूम निर्माण
सभापति ने अधिकारियों पर लगाए मिलीभगत के आरोप; नोटिस देकर की जा रही खानापूर्ति
राजसमंद. राजसमंद शहर में नाथद्वारा रोड पर टीनशेड की आड़ में व्यावसायिक शोरूम के निर्माण हो रहे है। लेकिन नगर परिषद के जिम्मेदार अधिकारियों ने अपनी आंखें बंद कर रखी है। वहीं नगर परिषद के सभापति ने अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए मिलीभगत के आरोप लगाए है।
कोई ठोस कार्रवाई नहीं
शहर में आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर कृषि भूमि पर टीनशेड डालकर निर्माण कार्य हो रहा है। इसको लेकर जब पहले नगर परिषद के आयुक्त आरके मेहता से बातचीत की तो उन्होंने सहायक अभियंता जिनको प्रभारी बना रखा उनसे कार्रवाई कराने की बात कही। लेकिन अभी तक नोटिस देने के अलावा कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने से अवैध निर्माण कर्ताओं के हौसले और बुलंद हो गए। आखिर नगर परिषद की ऐसी कौनसी मजबूरी है जिसके चलते वो कार्रवाई नहीं करना चाहते। इसे नगर परिषद की मिलीभगत कहे या अनदेखी।
लाखों के राजस्व का हो रहा नुकसान
प्रज्ञा विहार के पास हो रहे निर्माण सहित कुछ स्थानों पर काम रोका गया, लेकिन नाथद्वारा रोड पर बड़े स्तर पर टीनशेड निर्माण का कार्य जारी है, जिससे न केवल परिषद को लाखों रूपए के राजस्व की हानि हो रही है, बल्कि अवैध निर्माण करने वालों के हौसले भी बुलंद हो रहे है।
अधिकारियों की उदासीनता
वहीं इन निर्माण को लेकर जनप्रतिनिधि व संबधित अधिकारियों की उदासीनता साफ-साफ दिखाई देती है। शहर में प्रज्ञा भवन के पास करीब 10 हजार स्क्वायर फीट से अधिक कृषि भूमि पर लोहे के पाइप खडे़ करके लगभग 70 प्रतिशत काम पूरा किया जा चुका है, इस निर्माण को फिलहाल रोक दिया गया। इसी तरह से धोइंदा रोड पर टीनशेड से दिन रात काम कर बड़ा शोरूम तैयार किया जा रहा हैै।
प्रभारी ने कहा- अभी जांच रिपोर्ट नहीं आई
इस निर्माण को लेकर जब दुबारा आयुक्त से बात करनी चाही तो उन्होंने प्रभारी से बात करने को कहा। जब प्रभारी से बात की तो उन्होंने कहा कि अभी तक मेरे पास जांच रिपोर्ट आई नहीं। कुल मिलाकर कार्रवाई के नाम पर सभी बचते दिखाई दिए। इससे साफ है कि ये निर्माण नगर परिषद के अधिकारियों की शह पर किया जा रहा है।
सभापति अशोक टाक बोले- किसी के दबाव में है अधिकारी
आयुक्त से बात नहीं होने पर जब नगर परिषद के सभापति अशोक टाक से बात की तो उन्होंने नगर परिषद के संबधित अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए और कहा जब उन्होंने शहर में हो रहे टीनशेड निर्माण को लेकर संबधित अधिकारियों को सूचित कर दिया तो कार्यवाही क्यों नहीं की, जिससे साफ पता पड़ता है कि वो किसी के दबाव में है। यदि वो किसी के दबाव में है तो जनता को भी बताए कि वो किसके दबाव में है।
राजसमंद नगर परिषद क्षेत्र मे कुल 45 वार्ड है। नगर परिषद क्षेत्र में कॉमर्शियल कन्वर्ट व निर्माण के लिए 400 से 700 रूपए तक कन्वर्ट चार्ज व निर्माण स्वीकृति से नगर परिषद की आय होती है, लेकिन अब राजस्व का सीधा नुकसान हो रहा है जो करोड़ों में है।