उदयपुर समाचार : प्रथम शुक्रवार, 09 फरवरी 2024
संभागीय आयुक्त-कलक्टर ने किया एमबी चिकित्सालय का निरीक्षण
स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के साथ अन्य व्यवस्थाओं को सुचारू बनाने के दिए निर्देश
फोटो संलग्न
उदयपुर, 9 फरवरी। संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट एवं जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल ने शुक्रवार को उदयपुर संभाग के प्रमुख महाराणा भूपाल चिकित्सालय का निरीक्षण किया। उन्होंने इस दौरान चिकित्सालय परिसर में सुपर स्पेशिलिटी ब्लॉक, बाल चिकित्सालय, पन्नाधाय चिकित्सालय के साथ आदि विभागों का दौरा करते हुए दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं के बारे मेंं जानकारी ली और संतोष जाहिर किया।
आयुक्त-कलक्टर ने निर्माण विभाग की ओर से जारी निर्माण कार्यों का भी अवलोकन किया और कार्यों को गति प्रदान करते हुए शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। अस्पताल प्रबंधन द्वारा सीवरेज ट्रीटमेंट व सड़क निर्माण संबंधी अपूर्ण कार्यों के बारे में अवगत कराने पर आयुक्त ने यूडीए के माध्यम से स्मार्ट एवं निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर इन कार्यों को पूरा कराने की बात कही। इस अवसर पर आरएनटी प्राचार्य डॉ. विपिन माथुर, एमबी अधीक्षक डॉ. आर.एल.सुमन सहित अन्य चिकित्सा अधिकारी व संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
आयुक्त-कलक्टर ने चिकित्सा अधिकारियों को राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप यहां स्वास्थ्य लाभ लेने आने वाले रोगियों को हरसंभव बेहतर इलाज मुहैया कराते हुए सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने अस्पताल परिसर में स्वच्छता के बेहतर इंतजामों को सराहा और इसे जारी रखने के निर्देश दिए। उन्होंने दवा वितरण, व्यवस्थित पार्किंग, मरीजों के लिए सुविधा आदि के प्रबंधन पर चर्चा करते हुए उन्हें सुचारू बनाने के निर्देश दिए। संभागीय आयुक्त ने कहा कि हमारे पास बेहतर संसाधनों के साथ तकनीकी सुविधाएं उपलब्ध है और योग्य व अनुभवी चिकित्सक है। यहां सभाग सहित आस-पास के राज्यों के रोगी भी आते है ऐसे में इन संसाधनों व अपने अनुभव का सुनियोजित उपयोग करते हुए सेवा कार्यों को जारी रखे।
–000–
फोटो केप्शन : एमबी। महाराणा भूपाल चिकित्सालय के निरीक्षण के दौरान संभागीय आयुक्त व कलक्टर।
–000–
खादी व ग्रामोद्योग कामगार सशक्त तो देश सशक्तः मनोजकुमार
– खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग का खादी संवाद व लाभ वितरण समारोह
– 100 विद्युत चालित चाक, 100 फुटवियर रिपेयरिंग टूलकिट समेत 230 मशीनरी और टूलकिट का वितरण
– पीएमईजीपी के तहत उत्तर व मध्य जोन के 1977 लाभार्थियों को 100 करोड़ रूपए की सब्सिडी का हस्तांतरण
उदयपुर, 9 फरवरी। खादी व ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के अध्यक्ष मनोजकुमार ने कहा कि खादी एवं ग्रामोद्योगों से जुड़े कामगारों के आत्मनिर्भर और सशक्त बनने पर ही सशक्त देश की परिकल्पना साकार हो सकती है। केंद्र की मोदी सरकार पिछले 10 वर्षों में इस दिशा में तेजी से काम कर रही है। मोदी सरकार की गारंटी’ ने खादी उत्पादों की ग्लोबल ब्रांडिग की है।
केवीआईसी अध्यक्ष शुक्रवार को चित्रकूट नगर स्थित सामुदायिक भवन परिसर में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रहे ‘आत्मनिर्भर और विकसित भारत अभियान’से ग्रामीण भारत के कुशल कारीगरों को जोड़ने के लिए खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी), सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय के तत्वावधान में आयोजित खादी संवाद और लाभ वितरण समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में आयोग के उत्तर क्षेत्र सदस्य नागेंद्र रघुवंशी, उदयपुर शहर विधायक ताराचंद जैन, उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, पीपलांत्री मॉडल के जनक पद्मश्री डॉ श्यामसुंदर पालीवाल, पूर्व विधायक धर्मनारायण जोशी, आयोग के उत्तर जोन के उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी जे पी गुप्ता, सुनीता भण्डारी बतौर विशिष्ट अतिथि मंचासीन रहे। प्रारंभ में केवीआईसी राजस्थान के निदेशक डॉ राहुल मिश्र, सहायक निदेशक डीसी सिंघल, सुदर्शनकुमार, सुनील सक्सेना, उत्तम बर्मन आदि ने अतिथियों का स्वागत किया।
आयोग अध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और प्रयासों से कारीगरों को आधुनिक ट्रेनिंग और टूलकिट प्रदान किया जा रहा है। ग्रामोद्योग विकास योजना के अंतर्गत केवीआईसी ने अभी तक 27 हजार से अधिक कुम्हार भाइयों और बहनों को विद्युत चालित चॉक का वितरण किया है, जिससे 1 लाख से अधिक कुम्हारों के जीवन में बड़ा बदलाव आया है। इसी योजना के तहत 6000 से अधिक टूलकिट और मशीनरी का वितरण किया गया है, जबकि हनी मिशन योजना के अंतर्गत अभी तक 20,000 लाभार्थियों को 2 लाख से अधिक हनी बी-बॉक्स और बी कॉलोनी का वितरण किया गया है। उन्होंने आगे कहा कि आज यहां पर केवीआईसी के उत्तर और मध्य जोन के 1977 पीएमईजीपी लाभार्थियों के खाते में 100 करोड़ रुपये से अधिक की सब्सिडी ऑनलाइन माध्यम से हस्तांतरित की गयी है। इसके माध्यम से जहां उत्तर जोन में 559 नयी यूनिटें लगी हैं वहीं मध्य जोन में 1418 नयी यूनिटों की स्थापना हुई है। अध्यक्ष केवीआईसी ने आगे बताया कि इन यूनिटों के माध्यम से इन दोनों जोन में 21747 नये रोजगार का सृजन हुआ है, जबकि राजस्थान के 2805 लोगों को नौकरी मिली है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में कुल 158 खादी संस्थाएं कार्यरत हैं। वर्ष 2022-23 में इन संस्थाओं ने लगभग 149.50 करोड़ रुपये का उत्पादन और लगभग 243.50 करोड़ रुपये की बिक्री दर्ज की। इसके माध्यम से यहां पर 30 हजार से अधिक खादी कारीगरों को रोजगार प्रदान किया गया। इसी तरह से प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के अंतर्गत राजस्थान में अबतक 30,215 नई इकाइयों की स्थापना की गई जिससे 2.52 लाख नए रोजगार का सृजन हुआ है। पीएमईजीपी के तरह राजस्थान में अभी तक 871.24 करोड़ रुपये की मार्जिन मनी सब्सिडी का वितरण भारत सरकार ने अभी तक किया है।
लाभार्थियों को उपकरण वितरित, सब्सिडी हस्तांतरित
कार्यक्रम में आयोग अध्यक्ष ने बटन दबाकर प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत उत्तर और मध्य जोन के 1977 पीएमईजीपी लाभार्थियों के खाते में 100 करोड़ रूपए की सब्सिडी हस्तांतरित की। इसमें उदयपुर जिले के 19 लाभार्थी शामिल रहे। उक्त लाभार्थियों को अतिथियों ने सब्सिडी प्रमाण पत्र भी वितरित किए। इसके अलावा कुम्हार सशक्तिकरण योजना के तहत चित्तौडगढ़ और भीलवाड़ा के 100 कुम्हारों को विद्युत चालित चॉक, उदयपुर के 100 कारीगरों को लेदर टूलकिट, बूंदी और बारां के 20 कारीगरों को वेस्ट वुड क्रॉफ्ट टूलकिट, टोंक के 10 कारीगरों को लेदर फुटवियर मशीन प्रदान की गई।
–000–
केप्शन केवीआईसी 01। उदयपुर। खादी संवाद व लाभ वितरण समारोह में लाभार्थियों के साथ खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग अध्यक्ष सहित अतिथिगण।
केवीआईसी 02। उदयपुर। खादी संवाद व लाभ वितरण समारोह में लाभार्थियों से संवाद करते खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग अध्यक्ष मनोजकुमार।
केवीआईसी 03। उदयपुर। खादी संवाद व लाभ वितरण समारोह में मंचासीन अतिथि।
केवीआईसी 04। उदयपुर। खादी संवाद व लाभ वितरण समारोह में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत सब्सिडी का हस्तांतरण करते खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग अध्यक्ष सहित अतिथिगण।
केवीआईसी 05।उदयपुर। खादी संवाद व लाभ वितरण समारोह में शामिल लाभार्थी सहित अन्य।
केवीआईसी 06।उदयपुर। खादी संवाद व लाभ वितरण समारोह को संबोधित करते खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग अध्यक्ष मनोजकुमार।
–000–
भंडारण पर कार्यशाला का आयोजन
उदयपुर, 9 फरवरी। राज्य भण्डार गृह उदयपुर पर राजस्थान राज्य भण्डार व्यवस्था निगम द्वारा राज्य सरकार की 100 दिवसीय कार्य योजना के तहत भंडारण पर कार्यशाला का आयोजन किया गया । वरिष्ठ भण्डार प्रबंधक डा. अनिता शर्मा ने किसानों व व्यापारियों को भंडारण से होने वाले विभिन्न लाभों व भण्डार गृह पर दी जा रही विशेष छूट की जानकारी दी। उपनिदेशक कृषि डॉ.लक्ष्मी राठौड़ ने उद्यानिकी योजनाओं के बारे में जानकारी दी। वेयरहाउस प्रतिनिधि तेज सिंह चौहान ने वेयरहाउस की कार्य प्रणाली के बारे में बताया। एनईआरएल प्रतिनिधि लालचन्द पुरोहित ने इलेक्ट्रॉनिक वेयरहाउस रसीद व खाद्यान के भंडारण पर ऋण सुविधा के बारे मैं जानकारी दी। राजफेड प्रतिनिधि वी.एन.सिंह ने केंद्र सरकार द्वारा की जाने वाली समर्थन मूल्य पर खरीद के बारे में अवगत कराया। इस अवसर पर रामेश्वर लाल, वीरभद्र सिंह व अन्य विभागों के अधिकारी, व्यापारी व किसान मौजूद रहे।
–000–
निःशुल्क पंचकर्म शिविर का समापन
शिविर में सेवा देने वाले अधिकारियों-कार्मिकों का किया सम्मान
फोटो संलग्न
उदयपुर 9 फरवरी। आयुर्वेद विभाग उदयपुर एवं रसराज फार्मेसी के संयुक्त तत्वावधान में आरोग्य समिति राजकीय आदर्श आयुर्वेद औषधालय सिन्धी बाजार में विशाल निःशुल्क पंचकर्म शिविर का समापन शुक्रवार को हुआ। शिविर के अंतिम दिन लगातार सेवा देने वाले अधिकारी-कर्मचारी को सम्मानित किया गया। शिविर प्रभारी डॉ. शोभालाल औदिच्य ने शिविर की उपलब्धियों के बारे में बताया और कहा कि ऐसे शिविरों में लगातार पंचकर्म के माध्यम से वर्षों पुराने रोगों का उपचार कर राहत प्रदान की जा रही है। अग्निकर्म शिविर में कोटा के विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ चंद्रेश तिवारी ने अग्निकर्म पद्धति के महत्व पर प्रकाश डाला। चिकित्सा शिविर में डॉ इक़बाल पठान डॉ शेलेन्द्र शर्मा, डॉ मिथिलेश शाक्यवाल, डॉ संजय सोनी, डॉ नितिन सेजू, डॉ प्रियंका जैन डॉ अनीता मीणा डॉ ऋतम्बरा पाटीदार डॉ आकाश जैन कम्पाउण्डर शंकरलाल खराडी, कंचन कुमार डामोर, शेलेन्द्र राज पुरोहित चंद्रेश परमार, हेमंत पालीवाल, गरिमा मीणा, भगवती लाल लोधा, परिचारक गजेन्द्र कुमार आमेटा, देवीलाल मेघवाल , निर्भयसिंह भाटी की सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सहायक निदेशक डॉ भूपेन्द्र कुमार शर्मा, रसराज फार्मेसी के निदेशक धर्मेन्द्र कुमार जैन आरोग्य समिति सदस्य समाजसेवी बी के दक, डॉ गुणवंत सिंह देवड़ा आदि उपस्थित रहे।
–000–
फोटो केप्शन : आयुर्वेद। निःशुल्क पंचकर्म शिविर के समापन अवसर पर सम्मानित चिकित्साधिकारी-कार्मिक।
–000–
परीक्षा 10 फरवरी को
उदयपुर 9 फरवरी। जवाहर नवोदय विद्यालय समानान्तर चयन प्रवेश परीक्षा 2024 (कक्षा 9 एवं 11) के लिए ऑनलाईन आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों के लिए परीक्षा कार्यक्रम निर्धारित कर दिया गया है। प्राचार्य डॉ. महबूब अली ने बताया कि कक्षा 9 में प्रवेश के लिए परीक्षा मावली के 3 विद्यालयों एवं कक्षा 11 में प्रवेश के लिए यह परीक्षा जवाहर नवोदय विद्यालय मावली में 10 फरवरी को आयोजित होगी। प्राचार्य महबूब अली ने बताया कि अभ्यर्थी नवोदय विद्यालय समिति की वेबसाइट से प्रवेश पत्र की प्रति लेकर संबंधित विद्यालय में निर्धारित दिनांक एवं समय पर जाकर परीक्षा देना सुनिश्चित करें एवं प्रवेश पत्र पर अंकित निर्देशों की पालना करना सुनिश्चित करें।
–000–
अरे यारों कहना मानो हेलमेट लगा लो जीवन बचा लो
फोटो संलग्न
उदयपुर 9 फरवरी। जिला प्रशासन, पुलिस व परिवहन विभाग द्वारा जारी राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के अंतर्गत शुक्रवार को उदयपुर शहर में यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए एक अभिनव प्रयोग किया गया। सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा कार्यक्रम के तहत जयपुर से आए सड़क सुरक्षा प्रकोष्ठ नोडल अधिकारी प्रवीण कुमार, जिनके लगभग 65 लाख फॉलोअर्स हैं, ने उदयपुर की जनता को हंसते-हंसते आत्मीयता के साथ सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा का महत्व बताया। हेलमेट व सीट बेल्ट के साथ विभिन्न यातायात नियमों की जानकारी दी। आधार फाउंडेशन के नारायण चौधरी ने भी सराहनीय भूमिका निभाई।
–000–
फोटो केप्शन : रोड सेफ्टी। सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा का महत्व बताते सड़क सुरक्षा प्रकोष्ठ नोडल अधिकारी प्रवीण कुमार।
–000–
एफएसएसएआई के टारगेट की प्रोप्ति के लिए दिया प्रशिक्षण
फोटो संलग्न
उदयपुर 9 फरवरी। राज्य सरकार की 100 दिवसीय कार्य योजना के तहत खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण तथा एफएसएसएआई के टारगेट की प्राप्ति हेतु शुक्रवार को सरस डेयरी गोवर्धन विलास में फॉस्टेक ट्रेनिंग का आयोजन किया गया। ट्रेनिंग में पांच बैच में 200 प्रतिभागियों ने भाग लिया। शिविर में मोबाइल फूड टेस्टिंग व्हीकल द्वारा विभिन्न खाद्य सामग्री की जांच की गई एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी शंकर लाल बामनिया ने समस्त प्रतिभागियों को अंगदान की शपथ दिलाई। फूल लाइसेंस एवं रजिस्ट्रेशन मौके पर जारी किए गए। इस कैंप मैं खाद्य सुरक्षा अधिकारी नरेंद्र सिंह चौहान एवं जगदीश प्रसाद सैनी तथा मैनेजिंग डायरेक्टर सरस डेयरी नटवर सिंह चुंडावत एवं प्रशिक्षक आसिफ एवं डिप्टी मैनेजर जीनगर एवं लैब टेक्नीशियन मोतीलाल मेघवाल उमेश सांवरमल जाटोलिया भवानी शंकर उपस्थित रहे।
–000–
फोटो केप्शन : वर्कशॉप। फॉस्टेक ट्रेनिंग।
–000–
– एनओसी नहीं लेने पर होगी कार्यवाही
उदयपुर, 9 फरवरी। संयुक्त शासन सचिव-प्रथम नगरीय विकास, आवासन एवं स्वायत्त शासन विभाग राजस्थान सरकार के आदेश क्रमांक प.11 (9)नविवि /2020 पार्ट दिनांक 14.09.2023 व नेशनल बिल्डिंग कोड 2016 पार्ट-4 फायर एण्ड लाईफ सेफ्टी में वर्णित तकनीकी पेरामीटर्स के अनुसार क्षेत्र में अग्नि दुर्घटनाओं के रोकथाम के लिए भवनों में अग्निशमन/अग्नि सुरक्षा संबंधी व्यवस्थाएं यथा अग्नि सुरक्षा यन्त्र तथा स्मॉक डिटेक्टर, स्प्रींक्लर, एमसीबी हूटर, फायर अलार्म इत्यादि की व्यवस्था करते हुए फायर सेफ्टी प्रमाण पत्र अनिवार्य है। इसका उल्लंघन करने पर राजस्थान नगर पालिका अधिनियम के तहत कार्यवाही की जाएगी।
नगर निगम आयुक्त रामप्रकाश ने बताया कि स्वायत्त शासन विभाग के आदेशानुसार शहर के सभी भवनों इसमें पेईंग गेस्ट, होटल, रेस्टोरेंट, शिक्षण संस्थान, फ्लेट्स, अपार्टमेंट, बार, रिसोर्ट, सभागार, पेट्रोल पंप, गैस फीलिंग स्टेशन, स्टोरेज, बिल्डिंग, हॉस्पिटल, कोचिंग सेंटर, मल्टीप्लेक्स, कॉम्प्लेक्स, औद्योगिक इकाईयां, रूफ टॉप, हजार्ड भवन तथा 15 मीटर से अधिक उंचाई वाले सभी प्रभार के भवनों में अग्निशमन, अग्नि सुरक्षा संबंधी व्यवस्थाएं अनिवार्य हैं। निरीक्षण के आधार पर अग्निशमन अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी किए जाएंगे। अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं पाए जाने पर या समुचित अग्निशमन यन्त्र नहीं पाए जाने पर उनके विरूद्ध सक्षम अधिकारी द्वारा अनुमोदित/गैर अनुमोदित निर्मित भवन/परिसर के स्वामी अथवा उपयोगकर्ता पर 5000 रूपए की शास्ति लगाकर राजस्थान नगर पालिका अधिनियम 2009 की धारा 291 के अंतर्गत कार्यवाही की जावेगी।
उन्होंने बताया कि फायर एनओसी जारी करने के लिए सक्षम अधिकारी द्वारा नगर निगम क्षेत्र के साथ-साथ उदयपुर विकास प्राधिकरण तथा अधिसूचित नगरीय क्षेत्रों में स्थित औद्योगिक क्षेत्रों में भी उपरोक्त गतिविधियों के लिए अग्निशमन उपकरणों की सुनिश्चिततापरान्त फायर एनओसी जारी की जा सकेगी। एनओसी जारी होने के एवं सूचीबद्ध एजेन्सी द्वारा निरीक्षण किए जाने के उपरान्त भी यदि फायर संबंधित कोई घटना घटित होती है तो ऐसी स्थिति में उपरोक्त एजेन्सी का लाईसेंस रदद कर संबंधित अभियोगी पर 5000 रूपए की शास्ति लगाकर राजस्थान नगर पालिका अधिनियम 2009 की धारा 291 के अंतर्गत कार्यवाही की जावेगी तथा जारी की गई फायर एनओसी को रदद कर दिया जाएगा। उपरोक्त वर्णित घटना के कारण यदि किसी भी तरह की मानवीय क्षति होती है तो मुख्य अग्निशमन अधिकारी द्वारा संबंधित थाने में उपरोक्त एजेन्सी एवं अधिभोगी के विरूद्ध एफ.आई.आर. दर्ज कराई जाएगी। इस संबंध में रदद की गई एनओसी को पुनः जारी किए जाने हेतु यदि अधिभोगी आवेदन करता है तो उस अधिभोगी को पुनः पूर्ण फायर एनओसी आवेदन शुल्क तथा फायर सेस राशि जमा करानी होगी।
समय-समय पर होगा निरीक्षण
आयुक्त ने बताया कि मुख्य अग्निशमन अधिकारी समय-समय पर निरीक्षण कर सकेंगे तथा समुचित फायर उपकरण चालु हालत में नहीं पाए जाने पर संबंधित परिसर के उपभोगी को नोटिस जारी कर पाबन्द करेंगे। संबंधित परिसर के अधिभोगी द्वारा नोटिस की पालना नहीं करने पर नियमानुसार कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि अग्निशमन अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी होने पर किसी भी निर्मित भवन/परिसर या भूमि को नियमन के लिए अनुमोदित अथवा स्वामित्व का प्रमाण पत्र या भवन निर्माण स्वीकृति, अधिवास की स्वीकृति, पूर्णता प्रमाण पत्र अथवा भू-उपयोग परिवर्तन का अनुमोदन नहीं माना जाएगा तथा इस संबंध में नियमानुसार पृथक से आवेदन किया जाना अनिवार्य होगा। उन्होंने बताया कि एनओसी का समय पर नवीनीकरण नहीं कराने पर भी कार्यवाही की जाएगी।