इठलाते मेघों का ‘मंगल’गान, भादवे की
झमाझम से मुस्कराई झीलों की नगरी
डीएम-उदयपसागर। उदयसागर का गेट खोलने के बाद बहती जलराशि का मुआयना करते एवं पाल पर अधिकारियों से संवाद करते हुए जिला कलक्टर,। बहती जलराशि।उदयपुर, 3 सितंबर। सावन के सूखे गुजरने के बाद भाद्रपद माह में मानसून के परवान चढ़ते ही मंगलवार का दिन लेकसिटी के लिए मंगलमय रहा। अल सुबह से ही गरजते इठलाते मेघों ने खूब शोर मचाया और मंगलगान करते हुए जमकर मेहर बरसाई। मध्यम से तेज गति से हुई इस बरसात से झीलों की नगरी मुस्कराती हुई दिखी। बरसात का आलम यह रहा कि मध्याह्न पूर्व तक उदयपुर के प्रमुख जलाशय यथा पिछोला, स्वरूप सागर, थूर की पाल, छोटा मदार, बेदला एनिकट आदि लबालब हो गये। पिछोला से स्वरूप सागर के मार्ग से आयड़ होकर उदयसागर पहुंचने वाली जलराशि को देखने शहरवासियों का हुजूम उमड़ पड़ा।
इधर, भारी बरसात और लबालब हो रहे जलाशयों को देखते हुए जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल ने उदय सागर का दौरा किया और उदयसागर का गेट खोलने के बाद बहती जलराशि के साथ झील में जल आवक और निकासी के बारे में जानकारी ली। उन्होंने वहां उदयसागर पाल की विजिट कर पास बने पार्क के सौंदर्य व स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने, झीलों के समीप सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने आदि के बारे में निर्देश दिए। इस अवसर पर जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता भी साथ रहे।
कलक्टर का आह्वान, बहते पानी में न उतरें :
कलक्टर ने आमजन से भी आह्वान किया कि चहुंओर नदी-नाले पूर्ण वेग से बह रहे हैं ऐसे में कोई भी व्यक्ति बहते हुए पानी में न तो स्वयं उतरे और न ही किसी भी वाहन को उतारें। उन्होंने किसी भी प्रकार की लापरवाही न करने और पूर्ण सतर्कता के साथ स्वयं का ध्यान रखने का आह्वान भी किया है।